पशुपालन के क्षेत्र में सानेन बकरी का एक उत्कृष्ट नाम है और साथ ही इसकी उच्च दूध उत्पादन क्षमता इसे ओरो से अलग बनाती है. इस लेख में हम सानेन बकरी (Saanen Bakri, Saanen Goat, Bakri Palan, Sanen Goat, Price, Weight, Photo) तथा कीमत, वजन की खासियतों पर विचार करेंगे और देखेंगे कि यह कैसे एक उत्कृष्ट पशुपालन विकल्प बन सकती है.
सानेन बकरी क्या है
सानेन बकरी (Saanen Goat) एक उत्तम दूध उत्पादक प्रजाति है, जिसका मुख्य उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले दूध की पैदावार है. इनकी पहचान सफेद रंग, लम्बे कान, बड़े सिंघ, बड़े आकार की होती है. ये ठंडे क्षेत्रों में अधिक पायी जाती हैं, क्योंकि वे ठंडे मौसम के लिए अधिक प्रबंधित होती हैं. सानेन बकरियों का दूध उच्च वसा और प्रोटीन का स्रोत होता है और उन्हें दूध उत्पादन के लिए व्यापारिक रूप से पाला जाता है.
सानेन बकरी की विशेषताएँ
यहां कुछ प्रमुख Saanen Goat की विशेषताएं लिखी है जो इस प्रकार से है.
1. उच्च दूध उत्पादन:
उच्च दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं. वे प्रतिदिन औसतन 3-4 लीटर दूध देती हैं, जो उन्हें दुनियाभर के पशुपालकों के लिए आकर्षक बनाता है.
2. शारीरिक रूपरेखा:
शारीरिक रूपरेखा सबसे प्रमुख खासियत है. उनका शरीर प्रमुखत: सजीव रंग, लंबी उंगलियाँ और मुंह के पास लटकते हुए छोटे सीने के साथ होता है.
3. प्रबंधन आसानी:
संबंधित नस्लों की तुलना में प्रबंधन में आसानी के लिए जानी जाती हैं. उनकी व्यवस्थित देखभाल और खाद्य पूरी दिशा में उनकी देखभाल में मदद करती है.
4. सुखद आवास:
विभिन्न जलवायु और पर्यावरण में सही संभावनाओं में अच्छे से बस जाती हैं.
सानेन बकरी के उपयोग:
ऐसे तो Saanen Bakri के कई उपयोग है, उनमें से मुख्य यह.
1. दूध उत्पादन:
सानेन बकरियाँ अपने उच्च दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं. इसके द्वारा खेतीकर अच्छे लाभ कमा सकते हैं.
2. बच्चों की पालतूता:
इनकी सामर्थ्य और आसान प्रबंधन के कारण, सानेन बकरियाँ अच्छे पालतू बच्चों की पालतूता के लिए भी उपयुक्त होती हैं.
3. मांस उत्पादन:
यदि मांस उत्पादन भी आपका लक्ष्य है, तो सानेन बकरियाँ इसमें भी सहायक हो सकती हैं.
यह भी पढ़े आप
1. अत्यधिक पसंद की जाने वाली उस्मानाबादी बकरी जो किसान की जिदंगी बदल सकती है.
2. बैक बंगाल बकरी भारत की शान, किसानों की जान.
3. तोतापुरी बकरी को घर लाना, मतलब लक्ष्मी का खुद घर में प्रवेश करना.
4. अजमेरा बकरी को पाले, कमाए लाखो.
सानेन बकरी की जानकारियां
नाम | सानेन बकरी |
उद्देश्य | आय श्रोत, व्यवसाय, शौक |
आकार | बड़ा, चौड़ा |
रंग | सफेद |
वजन | 60-70 मादा 70-90 नर |
लंबाई व चौड़ाई | सामान्य |
बचे देने की क्षमता | एक बार में 2 अधिकांश |
दूध | 3 से 4 लीटर |
कीमत | बाजार के अनुसार |
कहा पाई जाती | विश्वभर में |
सानेन बकरी की फोटो
सानेन बकरी की पहचान
प्रसिद्ध दूध उत्पादक ब्रीड Saanen Goat है, जिसकी पहचान विशेष चरित्रित व्यक्तिगतियों और शारीरिक गुणों से की जा सकती है. इनके बड़े आकर के शरीर में आमतौर पर सफेद रंग की चमकदार खाल होती है. मुख्यत: उनके बड़े और सीधे उपनगरी सिंघ होते हैं. यह जरूरी भी नही की सिंह हो, इनमे से कई ऐसी भी नस्ल पाई जाती है जिनके सींग नही होते है. अतः यह एक शांत और सहयोगी प्रवृत्ति की बकरी होती है जो अधिकतर जल और पोषण लेती है. उनकी उच्च दूध उत्पादन और बढ़ी हुई प्रजनन क्षमता उन्हें पालकों के बीच लोकप्रिय बनाती है.
Saanen Bakri कितने बच्चे देती है
सानेन बकरी एक प्रमुख दुग्ध उत्पादक प्रजाती है जो दुनियाभर में पाई जाती है. यह जाति विशेष रूप से दुग्ध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और एक महीने के आस-पास बच्चे देती है. सामान्यत: यह दो या तीन बच्चे देती है, लेकिन कुछ मामलों में यह चार बच्चों को भी जन्म दे सकती है.
सानेन बकरी कितना दूध देती है
यह Saanen बकरी दूधदायक प्रजाति है जिसका मुख्य उद्देश्य दूध उत्पादन है. यह जानवर सफेद रंग की होती है और उनके कान बड़े और ऊपर की ओर मुड़े होते हैं. एक सानेन बकरी दिन में 4 लीटर तक दूध दे सकती है, यह उनके पोषण, देखभाल और प्रबंधन पर भी निर्भर करता है. उनकी उच्च दूध उत्पादन दर और शांत स्वभाव के कारण उन्हें दुनिया भर में एक लोकप्रिय दूधदायक प्रजाति बना दिया है.
सानेन बकरी कैसे पाले
इस Saanen Bakri को पालने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके होते हैं. उनका अच्छा ध्यान रखने से वे अधिक दूध उत्पन्न करती हैं. उचित आहार, स्वच्छ पानी, और सही वातावरण की आवश्यकता होती है. उन्हें नियमित देखभाल, वैक्सीनेशन, और डेवर्मिंग की आवश्यकता होती है. सानेन बकरियों के बच्चों का भी विशेष ख्याल रखना आवश्यक होता है. उन्हें सम्पूर्ण पोषण, देखभाल, और वातावरण प्रदान करने से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि सानेन बकरियाँ स्वस्थ और उत्तम उपजाऊ रहें.
सानेन बकरी का आहार
स्वास्थ्य और उत्पादकता के लिए Saanen Bakri का आहार महत्वपूर्ण होता है. ये बकरियाँ दूध और डेयरी उत्पादों के लिए जानी जाती हैं, इसलिए उनका सही प्रकार का आहार आवश्यक होता है. उन्हें प्रमुख चारा, खाद्य, घास और पानी की आवश्यकता होती है. खाद्य में गेहूं, मक्का, जौ और बार्ले की पर्तिक्रिया की जाती है. चारा और घास उनके पाचन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, जो उनकी पोषण आवश्यकताओं को पूरा करते हैं. पानी की आपूर्ति को भी सुनिश्चित करना आवश्यक होता है ताकि उनका प्रशिक्षण बना रहे.
सानेन बकरी की कीमत
सानेन बकरी की कीमत प्राथमिकताओं पर निर्भर करती है जैसे कि उम्र, जाति, और उपयोग. एक बाजार में, सानेन बकरियों की आमतौर पर कीमत अन्य बकरियों की तुलना में बहुत अधिक होती है. लेकिन यह स्थान, गुणवत्ता और आपके क्षेत्र के प्रदान के आधार पर भिन्न हो सकती है.
सानेन बकरी का गर्भधारण
प्रजनन प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है. Saanen बकरी के शरीर में नर और मादा का आपसी संयोजन अच्छा होता है जो नए बच्चों के जन्म की प्रक्रिया को में मदद करता है. गर्भधारण की अवधि आमतौर पर 145 से 155 दिनों की होती है, लेकिन यह भिन्न स्थितियों में भी बदल सकती है. गर्भधारण के दौरान बकरी को अतिरिक्त पौष्टिक आहार और उचित देखभाल की आवश्यकता होती है ताकि वह स्वस्थ और सुरक्षित बच्चों को जन्म दे सके.
Saanen Bakri कहां पाई जाती है
सानेन बकरी का वैज्ञानिक नाम “Capra aegagrus hircus” है, एक उत्तम दूध देने वाली बकरी जाति है जो विशेष रूप से दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. इनकी उच्च दूध उत्पादन दर और व्यापारिक महत्व के कारण इन्हें पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है. सानेन बकरियाँ प्रमुख रूप से यूरोप के स्विट्जरलैंड के सानेन घाट क्षेत्र में पाई जाती हैं, जिससे उनका नाम सानेन बकरी पड़ा. यह बकरियाँ गर्मियों में भी अच्छी तरह से उपजाती हैं और उन्हें शीतलता से भी सहायता मिलती है.
सानेन बकरी में बीमारियां
यह Saanen Bakri भी कुछ बीमारियों का सामना कर सकती है. पारिपर्शित जलवायु में, बकरियों को बीमारियों से बचाने के लिए अच्छे रखभाल की आवश्यकता होती है. उचित खाद्य प्रणाली और साफ पीने के पानी के साथ-साथ नियमित वेटरिनरी देखभाल भी महत्वपूर्ण है. प्रमुख बीमारियों में हिपप्लस्ट्रोसिस, मासिक चक्र असंतुलन, पार्टराइटिस और आंत्र में संक्रमण शामिल हैं. शुद्धता, पोषण और समय पर इलाज से, सानेन बकरियों को बीमारियों से बचाया जा सकता है.
सानेन बकरी का बीमारियो से बचाव कैसे करे
इन Saanen Goat के पालन का एक महत्वपूर्ण पहलू उनकी सेहत और सुरक्षा की देखभाल है. इन बकरियों को कई बीमारियों से बचाने के लिए उपायों की आवश्यकता होती है. पहले से ही बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता, स्वस्थ आहार और पानी की पर्याप्त मात्रा की सुनिश्चित करना आवश्यक होता है. विशेषज्ञ सलाह लेकर वैक्सीनेशन कार्यक्रम तैयार करना भी महत्वपूर्ण है ताकि ये बकरियां बीमारियों से बची रह सकें. सानेन बकरियों की नियमित चेकअप और देखभाल से उनकी सेहत बनी रहेगी.
Saanen Bakri का टीकाकरण
सानेन बकरी में टीकाकरण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो उनके स्वास्थ्य और उत्पादकता की देखभाल के लिए की जाती है. टीकाकरण से उन्हें विभिन्न जानलेवा बीमारियों और इंफेक्शन से बचाया जा सकता है, जो उनकी उत्पादकता को प्रभावित कर सकते हैं. यह उनके प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है और उनके सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है. इस प्रक्रिया को वेटरिनरी चिकित्सक के परामर्श के साथ कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है.
निष्कर्षण
सानेन बकरी Saanen Goat का पालन भारतीय पशुपालन उद्यमियों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है, विशेषकर उन्हें दूध उत्पादन और पालतूता में रुचि के तौर पर पाला जाता है.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यहां कुछ इस Saanen Bakri को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न दिए है जो आप जान सकते है.
प्रश्न 1: सानेन बकरी क्या है?
उत्तर: एक प्रसिद्ध दूध उत्पादन की जाति है जिसे विशेष रूप से उच्च दूध उत्पादन के लिए पालतू किया जाता है.
प्रश्न 2: पहचान कैसे करें?
उत्तर: पहचान उनके बड़े आकार, सफेद रंग, उच्चतमा की उपस्थिति, और उनके मुँह के पास लटकते हुए बालों से की जा सकती है.
प्रश्न 3: सानेन बकरी का दूध कितना पैदावार होता है?
उत्तर: दिन में लगभग 3 से 4 लीटर तक दूध प्रदान कर सकती है, जो कि उनके उच्च दूध उत्पादन के कारण माना जाता है.
प्रश्न 4: सानेन बकरी का खान-पान क्या होता है?
उत्तर: गर्मियों में हरे घास, मक्का, सोयाबीन पाक, और पौष्टिक दाने खा सकती है. सर्दियों में उन्हें अधिक गरम खाद्य पदार्थ देने की आवश्यकता होती है.
प्रश्न 5: सानेन बकरी का पालन कैसे किया जाता है?
उत्तर: पालन उच्च दूध उत्पादन के लिए किया जाता है. उन्हें साफ़ पानी, उचित खाद्य, और उचित देखभाल की आवश्यकता होती है.